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क्या होता है फोर्टिफाइड चावल (Fortified Rice) और कैसे तैयार होता है

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फोर्टिफाइड राइस का मतलब है, पोषणयुक्त चावल. इसमें आम चावल की तुलना में आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड की मात्रा अधिक है. इसके अलावा जिंक, विटामिन ए, विटामिन बी वाले फोर्टिफाइड राइस भी विशेष तौर पर तैयार किए जा सकते हैं. Fortified rice को आम चावल में मिलाकर खाया जाता है. Fortified rice देखने में बिल्कुल आम चावल जैसे ही लगते हैं. इनका स्वाद भी बेहतर होता है. भारत के फूड सेफ्टी रेग्युलेटर FSSAI के मुताबिक Fortified rice खाने से भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

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फोर्टिफाइड राइस कैसे तैयार किया जाता है?

फोर्टिफाइड चावलों को मिलों में बनाया जाता है. इस दौरान इनमें सूक्ष्म पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है. इसके लिए कोटिंग, डस्टिंग और एक्सट्रूजन (उत्सारण) जैसी तकनीक अमल में लाई जाती हैं. पहले सूखे चावल को पीसकर आटा बनाया जाता है. फिर उसमें सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाए जाते हैं. पानी के साथ इन्हें अच्छे से मिक्स किया जाता है. फिर मशीनों की मदद से सुखाकर इस मिक्स्चर को चावल का आकार दिया जाता है, जिसे फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (FRK) कहा जाता है. तैयार होने के बाद इन्हें आम चावलों में मिला दिया जाता है. FSSAI के नियम कहते हैं कि इसे 1:100 के अनुपात में मिलाया जाता है, मतलब 1 किलो चावल में 10 ग्राम फोर्टिफाइड राइस मिलाए जाते हैं.

 

फोर्टिफाइड राइस में कौन से पोषक तत्व होते हैं?

एक किलो फोर्टिफाइड राइस (Fortified rice) में आयरन (28-42.5 मिलीग्राम), फॉलिक एसिड (75-125 माइक्रोग्राम), विटामिन बी12 (0.75-1.25 माइक्रोग्राम) होता है. इसके साथ ही FSSAI ने जिंक (10-15 मिलीग्राम), विटामिन ए (500-700 माइक्रोग्राम), विटामिन बी1 (1-1.5 एमजी) विटामिन बी2 (1.25-1.75 एमजी), विटामिन बी3 (12.3-20 एमजी) और विटामिन बी6 (1.5-2.5 एमजी) से भी चावलों को फोर्टिफाइड करने की गाइडलाइंस जारी की है. एक बार तैयार होने के बाद Fortified rice को 12 महीने तक खाया जा सकता है.

 

फोर्टिफाइड चावल को कैसे पहचानें?

फोर्टिफाइड चावल की लंबाई 5 मिलीमीटर और चौड़ाई 2.2 मिलीमीटर से ज्यादा नहीं होती. ऐसे में ये दिखने में आम चावल जैसे ही लगते हैं. हालांकि सरकार ने इन चावलों की अलग से पहचान का भी इंतजाम किया है. इनके पैकेट पर +F का लोगो बना रहता है और लिखा भी रहता कि इसे फोर्टिफाइड किया गया है. फोर्टिफाइड चावल को पकाने के लिए भी कोई अलग तरीका नहीं अपनाना पड़ता. आम चावल की तरह इन्हें धोकर उबालकर पकाकर खाया जा सकता है.

 

Fortified Food क्या है? Fortified Food Meaning in Hindi

भारत सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं स्टैंडर्ड अथॉरिटी के मुताबिक फोर्टिफिकेशन का मतलब किसी खाद्य पदार्थ में जरूरी माइक्रो न्यूट्रिएंट्स का मिलावट करना है. इससे उस खाद्य पदार्थ की पोषक क्षमता बढ़ जाती है और स्वास्थ्य के प्रति जोखिम को कम करते हुए लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य पहुंचाने की पहल की जाती है.

आपने तरह-तरह के खाद्य पदार्थों के जरिए पोषक तत्व तो खूब अवशोषित के होंगे, लेकिन क्या आर्टीफीशियल पोषक तत्वों (Artificial Nutrients) का सेवन किया है। क्या आप जानते हैं फूड फॉर्टिफिकेशन (Food Fortification) और फॉर्टीफाइड फूड (Fortified Food) क्या है। इससे शरीर को क्या फायदे मिलते हैं। सुनने में भले ही थोड़ा अजीब लगे कि आर्टीफीशियल तरीके से पोषक तत्व कैसे डाले जाते हैं, लेकिन इसमें कोई हैरानी वाली बात नहीं है। इस प्रक्रिया में खाद्य पदार्थों को प्रोसेस्ड करते समय इनमें पोषक तत्व मिलाए जाते हैं। आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि फूड फॉर्टीफिकेशन क्या है और फॉर्टीफाइड फूड किन वर्गों के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। शरीर में किसी भी पौष्टिक तत्व की कमी को पूरा करने के लिए फूड फॉर्टिफिकेशन एक बहुत ही अच्छा तरीका माना जाता है। सूक्ष्म पोषक तत्वों (Micro Nutrients) की कमी के कारण बहुत से लोग बीमार होते हैं और मृत्यु को प्राप्त होते है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार पूरी दुनिया में करीबन दो अरब लोग सूक्ष्म पोषक तत्वों (Micro Nutrients) की कमी का शिकार होते है।

 

क्या है फूड फॉर्टिफिकेशन -What is Fortified Food

फूड फॉर्टिफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें खाद्य पदार्थो में आर्टिफिशियल तरीके से पौष्टिक तत्वों को डाला जाता है। जैसे नमक में आयोडीन (Iodine in Salt) मिलाया जाता है उसी प्रकार किसी भी खाद्य पदार्थ की प्रोसेसिंग के समय जब उसके अंदर के प्राकृतिक पोषण नष्ट हो जाते हैं, तो उसमें ज़रूरी होता है कि उपर से पोषण मिलाया जाए। फूड फॉर्टिफिकेशन WHO और FAO की दुनिया भर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने की एक नीति है। फूड फॉर्टिफिकेशन एक ज़रूरी प्रक्रिया है। कई बार हम केवल एक तरह का खान पान करते है और डाइट में अन्य पोषण तत्वों को शामिल ही नहीं करते। ऐसे में हम किसी ना किसी पोषण की कमी के शिकार हो जाते है। धूप जब त्वचा पर पड़ती है तो वह विटामिन डी बनाती है।

 

फोर्टिफाइड का मतलब क्या होता है? – Fortified Meaning in Hindi

(एक स्थान का) रक्षात्मक कार्यों के साथ हमले के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। एक प्रकार की शराब को अस्वीकार करना, जिसमें आत्माओं को जोड़ा गया है ताकि पोर्ट, शेरी या इसी तरह के पेय का उत्पादन किया जा सके। (भोजन के) में विटामिन या अन्य पूरक शामिल थे ताकि पोषण मूल्य में वृद्धि हो सके।

  • भोजन में विटामिन या अन्य पूरक शामिल थे ताकि पोषण मूल्य में वृद्धि हो सके।
  • गढ़ या किलेबंदी के साथ सुरक्षित
  • ताकत बढ़ाने के लिए कुछ जोड़ा
  • एक सैन्य टकराव के लिए खुद को तैयार करें
  • मजबूत बनाना
  • रक्षात्मक कार्यों के साथ हमले के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

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आम चावल और फोर्टिफाइड में फर्क कैसे करें?

खाद्य मंत्रालय का मिलों को निर्देश है कि फोर्टिफाइड चावलों की लंबाई 5 मिलीमीटर और चौड़ाई 2.2 मिलीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. ऐसे में ये दिखने में आम चावल जैसे ही लगते हैं. हालांकि सरकार ने इन चावलों की अलग से पहचान का भी इंतजाम किया है. इनके पैकिट पर +F का लोगो बना रहता है और लिखा भी रहता कि इसे फोर्टिफाइड किया गया है. फोर्टिफाइड चावलों को पकाने के लिए भी कोई अलग तरीका नहीं अपनाना पड़ता. आम चावलों की तरह इन्हें धोकर उबालकर पकाकर खाया जा सकता है.

 

फोर्टिफाइड चावल खाने से क्या फायदा होता है?

फोर्टिफाइड चावल में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक किलो फोर्टिफाइड चावल में आयरन (28 से 42.5 मिलीग्राम), फॉलिक एसिड (75 से 125 माइक्रोग्राम), विटामिन बी12 (0.75 से 1.25 माइक्रोग्राम) होता है. इसके अलावा FSSAI ने जिंक (10 से 15 मिलीग्राम), विटामिन ए (500-700 माइक्रोग्राम), विटामिन बी1 (1-1.5 एमजी). विटामिन बी2 (1.25-1.75 एमजी), विटामिन बी3 (12.3-20 एमजी) और विटामिन बी6 (1.5-2.5 एमजी) से भी चावलों को फोर्टिफाइड करने की गाइडलाइंस जारी की हैं. एक बार तैयार होने के बाद इसे 12 महीने तक खाया जा सकता है.

 

गढ़वाले चावल की गुठली – Fortified Rice Kernels

 

fortified rice kernels

 

चावल का मतलब क्या है? Rice Meaning in Hindi

चावल पूरे विश्व में 2nd नंबर पर सबसे ज्यादा उगाये जाने वाला अन्न है। दुनिया का करीब 20% चावल भारत में उगाया जाता है। दुनिया भर में चावल की 40,000 से भी ज्यादा किस्में पाई जाती हैं। विश्व स्तर पर पहले स्थान पर China और India दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा चावल (Rice) का उत्पादन करता है।

उत्तर भारत में चावल खाने का आवश्यक अंग है तो South India में यह मुख्य भोजन के रूप में प्रयोग होता है। संस्कृत भाषा में कच्चे चावल को तंडुल और पके चावल को ओदन कहा जाता है।

QOOT ने हाल ही में भारत में गढ़वाले चावल (FRK) के निर्माण के लिए एक अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र की स्थापना की है। भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मध्याह्न भोजन और अन्य आंगनवाड़ी योजनाओं जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं में उपयोग किए जाने वाले सभी चावल में आयरन, विटामिन बी12 और बी6 (फोलिक एसिड) होना चाहिए, हम राजस्थान और उत्तर भारत में गढ़वाले चावल के अग्रणी निर्माता हैं, हमारे फोर्टिफाइड चावल को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त परीक्षण प्रयोगशालाओं द्वारा विधिवत प्रमाणित किया जाता है और हम फोर्टिफाइड चावल के निर्माण और आपूर्ति के सभी मानकों को पूरा करते हैं। हम पहले से ही भारत में कई राज्यों को आपूर्ति कर रहे हैं और हमने डब्ल्यूएचओ विनिर्देश के अनुसार निर्यात के लिए फोर्टिफाइड चावल का निर्माण भी किया है। तो कृपया हमसे संपर्क करें यदि आप भारत में एक भरोसेमंद गढ़वाले चावल निर्माता की तलाश में हैं, हम पोषक तत्वों, खनिजों को अनुकूलित कर सकते हैं

कूट खाद्य उत्पाद – गढ़वाले चावल, स्नैक्स और कुकीज़, हम पोषक तत्वों, खनिजों को अनुकूलित कर सकते हैं

 

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प्रश्न: फोर्टिफाइड चावल में कौन से विटामिन मौजूद होते है ?

उत्तर – विटामिन A, विटामिन B1, विटामिन B12, फोलिक एसिड, आयरन और जिंक सभी पोषक तत्व फोर्टिफाइड चावल में पाए जाते है।

प्रश्न: गढ़वाले चावल के क्या फायदे हैं?

उत्तर – खाद्य मंत्रालय के अनुसार, आहार में विटामिन और खनिज सामग्री को बढ़ाने के लिए चावल का फोर्टिफिकेशन एक लागत प्रभावी और पूरक रणनीति है। FSSAI के मानदंडों के अनुसार, 1 किलो फोर्टिफाइड चावल में आयरन (28 mg-42.5 mg), फोलिक एसिड (75-125 माइक्रोग्राम) और विटामिन B-12 (0.75-1.25 माइक्रोग्राम) होगा।

प्रश्न: चावल दृढ़ कैसे होता है?

उत्तर – वर्तमान में, चावल को भारत में तीन तकनीकों – कोटिंग, डस्टिंग और एक्सट्रूज़न का उपयोग करके दृढ़ किया जाता है। लेप: अनाज में जो पोषक तत्व मिलाना होता है, उसमें मोम या गोंद मिला दिया जाता है। इस मिश्रण को 1:100 के अनुपात में पॉलिश किए हुए चावल के साथ छिड़का जाता है और मिश्रित किया जाता है।

प्रश्न: गरिष्ठ चावल कौन खा सकता है?

उत्तर – चावल भारत के प्रमुख खाद्य पदार्थों में से एक है, जिसका सेवन लगभग दो-तिहाई आबादी करती है। भारत में प्रति व्यक्ति चावल की खपत 6.8 किलोग्राम प्रति माह है। इसलिए, सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ चावल को मजबूत करना गरीबों के आहार को पूरक करने का एक विकल्प है।

प्रश्न: गढ़वाले चावल की कीमत क्या है?

उत्तर – गढ़वाले चावल के लिए छवि परिणाम सफेद गढ़वाले चावल, खन्ना में बैग 60 रुपये/किलो

प्रश्न: चावल और गढ़वाले चावल में क्या अंतर है?

उत्तर – चावल को मिलिंग प्रक्रिया में खोए सूक्ष्म पोषक तत्वों को फिर से भरने के लिए विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्वों को जोड़कर अधिक पौष्टिक बनाया जा सकता है और इसके पोषण मूल्य को सुदृढ़ किया जा सकता है। गढ़वाले चावल को पोषण संबंधी जरूरतों के आधार पर समायोजित किया जा सकता है और चावल की विभिन्न किस्मों के समान बनाया जा सकता है।

प्रश्न: क्या आपको गरिष्ठ चावल धोना चाहिए?

उत्तर – अपने चावल को धोने के लिए पहला स्पष्ट ‘नहीं’ है यदि आप समृद्ध चावल का उपयोग कर रहे हैं, आप अपने पैक की सामग्री की जांच करके जानते हैं कि क्या आप चावल की इस किस्म का उपयोग कर रहे हैं। यदि यह चावल के साथ-साथ पोषक तत्वों की सूची दोनों को सूचीबद्ध करता है, तो आप जानते हैं कि निर्माता ने चावल को समृद्ध किया है।

प्रश्न: सफ़ेद चावल के फायदे क्या है?

उत्तर: सफेद चावल खाने से डायरिया, पेचिश, कोलाइटिस जैसे पेट के रोगों में भी आराम पहुंचता है। सफेद चावल भारत में सबसे ज्यादा खाया जाता है। सफेद चावल चावल बनने में समय कम लेता है और आसानी से पच भी जाता है।

प्रश्न: ब्राउन राइस के फायदे  क्या है?

उत्तर: ब्राउन राइस में ज्यादा फाइबर, ज्यादा प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जोकि सेहत सही रखते हैं। ब्राउन राइस में कम स्टार्च (Low Starch) और कम कैलोरी होती हैं। वजन कम करने में ब्राउन राइस खाना लाभदायक है क्योंकि ये Low-carb, Low-calorie और High nutrients युक्त होता है। ब्राउन चावल में पाए जाने वाला प्राकृतिक तेल शरीर में बढे कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है। ब्राउन राइस कई फायदेमंद गुणों से युक्त है तभी तो आजकल यह काफी ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।

प्रश्न: तिन्नी का चावल के फायदे या लाल चावल के फायदे क्या है?

उत्तर: तिन्नी चावल खाने से शरीर में इन्सुलिन और ब्लड शुगर संतुलित रहता है। तिन्नी चावल का लाल रंग इसमें पाए जाने वाले भरपूर लौह तत्व की वजह से होता है। तिन्नी चावल या लाल चावल में पाए जाने वाला विटामिन B6 लाल रक्त कणिकाओं को बनाने और सेरोटोनिन निर्माण को संतुलित करने में सहायक है.

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